Saturday 8 June 2013

बाजरा की खीचड़ी ( Bajra ki khichadi )

Rasoi - Daliya/ Kheechadi/ Chawal




बाजरा की खीचड़ी ( Bajra ki khichadi )

सर्दियों की आहट आते ही हमारे राजस्थान में बाजरे का घर में आगमन हो जाता हे। बाजरे के नए नए पकवान नयी नयी विधियों से बनाये जाते हे। इनमे सबसे मशहूर में से एक हे बाजरे की खीचड़ी। ये एक ऐसी खीचड़ी हे जो थोड़ी अलग हे और गरिष्ठ भोजन में include होती हे। ये शरीर में गर्मी करती हे और राजस्थान की तेज सर्दी में शरीर को बचाए रखती हे। इसका असली स्वाद खूब सारा घी और गुड मिला कर खाने में आता हे।
ये खीचड़ी अलग लोग अलग तरीके से बनाते हे। कुछ लोग इसे घी का तड़का दे कर बनाते हे। और कुछ इसे सादे तरीके से बनाते हे। में यहाँ दोनों ही तरीके शेयर कर रही हु। आपको जो पसंद आये वो ही try करे।

ध्यान देने की बाते - बाजरे की खीचड़ी का स्वाद सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करता हे की बाजरे की भूसी / लूघ्सी/ छिलका कितना अच्छे से उतरा गया हे। इसके लिए थोड़ी मेहनत की जरुरत हे। लेकिन यकीन करिए की ये मेहनत स्वाद बहुत ही अच्छा देने वाली हे।

सामग्री -

बाजरे की मिगी - 1 कप
मूंग की धूली दाल - 1/4 कप
नमक - स्वादानुसार

तड़के के लिए -
घी - 2 बड़े चम्मच
हींग - चुटकी भर
जीरा - आधा छोटा चम्मच


बाजरे का छिलका उतरना - इसके लिए बाजरे को हल्का पानी का छीटा मार कर नम कर ले। इसे 5 मिनिट के लिए ऐसे ही रख दे। अब पारंपरिक तरीके में तो इसे खरल / ओखली में डाल कर इतना कुटे की भूसी अलग होने लगे। जितना अच्छे से कूटेंगे उतना ही अच्छे तरह से छिलका उतरेगा। लेकिन इसमें एक twist हे की अब इस तरीके को और आसानी से किया जा सकता हे। इस नम बाजरे को मिक्सी में लेकर 1 round पीस दे। ध्यान रहे सिर्फ एक मामूली सा चक्कर ही चलाना हे। देख ले अगर छिलका उतरा न हो अच्छे से तो एक और round पीस दे। अब इसे एक थाली में लेकर फटकार देकर इस भूसी को बाजरे की मिगी (मोटा टुकड़ा) से अलग कर ले। अब ये जो मिगी हे खीचड़ी बनाने के लिए तैयार हे।

तडके वाली खीचड़ी - कूकर में घी लेकर गरम कर ले। जब गरम हो जाये तब उसमे हींग जीरे का तड़का देकर इसमें बाजरा और दाल मिला कर इनकी मात्र के 4 गुना पानी मिला ले। अब नमक मिला कर कूकर बंद कर दे। 3 सीटी तेज आंच में ले और 1 सीटी धीमी आंच में ले।

सादी खीचड़ी - सादी के लिए बिना तडके के बाजरा और दाल को कूकर में पानी के साथ गैस पर चढ़ा दे। ऊपर दिए तरीके की तरह 3 सीटी तेज आंच में और 1 सीटी धीमी सीटी में ले।

कूकर की गैस पूरी तरह से निकलने के बाद खीचड़ी को अच्छी तरह से घोट ( मिला) ले। अब प्लेट में सर्व करके इस पर अपनी इच्छा के अनुसार घी मिलाये और गुड मिलाये और स्वाद ले गरम गरम खीचड़ी का।
आप चाहे तो बिना गुड के भी इसे try कर सकते हे। ये ऐसे भी बहुत स्वाद लगती हे।

कुछ अलग -

1. बाजरे का पुलाव - तडके वाली खीचड़ी में तडके में फ्रेश सब्जिय जेसे गाजर, मटर, पत्तागोभी और आलू , टमाटर, हरी मिर्च, अदरक मिला कर उन्हें थोडा सा fry कर फिर बाजरा और दाल मिलाये। इसमें लाल मिर्च थोडा सा गरम मसाला, थोडा सा चाट मसाला मिला कर कूकर बंद कर पकाए। फिर पकने के बाद इस पर हरा धनिया बुरक कर खाए और खिलाये। नया और मजेदार बाजरे का पुलाव तैयार हे।

2. बाजरे की खीचड़ी ढूध के साथ - देसी तरीको में एक तरीका ये भी हे की सादी खीचड़ी में ढूध मिला कर खाया जाता हे।

3. बाजरे की लापसी - पकाने के समय नमक की मात्र बहुत ही कम करके, उसमे गुड और ढूध मिला कर पकाए। छोटे बच्चो के लिए ये एक बहुत ही पोष्टिक और पूरक खाना हे जो की उनके शरीर को गर्मी देगा। अगर चाहे तो गुड की जगह चीनी भी उसे कर सकते हे।

4. बच्चो के लिए रेसिपी - बच्चों को देने के लिए ऊपर लिखी लापसी में कुछ नरम फ्रूट्स जेसे केला या pear या चीकू भी मिलाया जा सकता हे। ये एक अलग फ्लेवर तो देगा ही बल्कि इसकी पोष्टिकता को भी बढ़ा देगा।

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